कुछ ऐसे दोस्त जरूरी हैं...
अल्हड़ बातों पर व्यस्त रहे, दिन-रात चराचर मस्त रहे.
जो दौड़ पहाड़ों पर चढ़ जाए, समतल पर जो ढंगला जाए..
कुछ ऐसे दोस्त जरूरी हैं...
आंखों में जिनके पानी हो, खुशियां मन में धानी हों..
जो गौरव का आभास धरें, जीवन में हर्षोल्लास भरे..
कुछ ऐसे दोस्त जरूरी हैं...
जिनका आना-जाना संकट सा हो, ना आना और विकट सा हो..
मिलकर जिससे मन रम जाए,
झगड़ें रोज भले जिससे, फिर पल में सब सुलझ जाए..
कुछ ऐसे दोस्त जरूरी हैं...
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